अपने गिरेबां में
ग़ालिब-ए-खस्ता के बगैर, कौन से काम बंद हैं ... रोइए ज़ार ज़ार क्या, कीजिये हाय हाय क्यों .
गोइंका व्यंग्यभूषण सम्मान
गोइंका व्यंग्यभूषण सम्मान
उपन्यास
अपने गिरेबां में
लघुकथाएं
व्यंग्यश्री - 2014
कुछ यादें, बेतरतीब सी .....
Hindi vyangya
Friday, June 4, 2010
Literature | साहित्यिक-खाप की एक शाम
Literature साहित्यिक-खाप की एक शाम
मीडिया मांगे मोर - HindiLok.com
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